जीवन एक कोरा कागज
कागज प़र कुछ तो लिख दो
नींद में सपने लेने से बेहतर
दिन में कुछ तो कर लो
हर दिन एक उजाला
हर रात है इक अँधियारा
अंधियारों से निकलकर
कुछ तो जीवन में रंग भर लो
स्वप्न में ना खोकर
नींद में न सोकर
जागकर जीवन में खुशियों
के रंग तो भर लो
सुन्दर रचना ।
जवाब देंहटाएंआभार ।
बेहतर है।
जवाब देंहटाएंसत्य बचन है ।
जवाब देंहटाएंsundar rachna
जवाब देंहटाएंwastav me jiwan ek kora kagaz hin hay
ham aap pure jiwan uspar rang hi dalte hayn.
badhai.