क्या आपको नही लगता हम सेक्स को जरूरत से ज्यादा पसंद करते है . अगर बोलीवूड की फिल्मो को गोर से देखा जाये तो यही कहा जाएगा . कुछेक फिल्मो को छोड़ कर लगभग सभी फिल्मो में अश्लीलता का मसाला डाला जा रहा है .कहानी नही भी हो तो भी एसी फिल्मो से कम से कम हमारे देश में नुकसान तो नही होता . लेकिन इसका एक कारण यह भी हो सकता है भारतीय दर्शक कहानी कम और अश्लीलता ज्यादा पसंद करने लगे है . लेकिन एसी फिल्मे जो सीधी सादी और दमदार कहानी बिना कोई अश्लीलता के हो वह भी कामयाबी पाती है .जैसे 'लगान 'रंग दे बसंती , लिजेंड आफ भगत सिंग , तारे जमी पर , गुरु . और एक छाप छोड़ देती है भारतीय जनमानस पर देशभक्ति का जैसे लक्ष्य , ने जोश भर दिया था युवाओ में आर्मी ज्वाइन करने के लिए . लेकिन फिर भी सेक्स का तड़का क्यों लगाया जा रहा है क्यों भारतीयों को मजबूर किया जा रहा है एसी फिल्मो को देखने के लिए . या फिर आज का निर्माता देश के युवाओ और बच्चो का भविष्य ताक पर रखकर केवल मुनाफा चाहता है . कैसा बदलाव है ये इतनी अश्लीलता तो अब होलीवूड की फिल्मो में भी नही होती . भारतीय किसी भी फिल्म या नाटक को बहुत ही गंभीरता से लेते है ये सब हुआ भी है ब्लैक और तारे जमी को देखकर कई दर्शको की आंख छलक आई थी . लेकिन अश्लील फिल्मे भारतीयों को सेक्स के प्रति भूखा भेड़िया बना सकती है .
सही विश्लेषण. सेक़्स और फिल्म पर्याय वनते जा रहे हैं.
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहा आपने , पूर्णतया समहत हूँ।
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