दोस्तों , जिस बात का डर था वही हुआ बिन तली का लोटा टीम अन्ना ने वो कर ही
दिया जिसकी उससे उम्मीद थी ! जब पहली बार टीम अन्ना के मुखिया अन्ना हजारे
ने अनशन लीला रची थी उस समय छाती ठोककर कहा था की हम राजनीति में नही
आयेंगे और ये भी कहा था की जब तक लोकपाल नही आयेगा हम अनशन से नही उठेंगे !
पहली बार में janlokpaal तो आया नही उलटे अपने वादे से मुकरी यही टीम
अन्ना के मुखिया अनशन से बगैर बिल पास करवाए ही देश में थाली बजवा दिए और
देश में खुद को महात्मा भी कहलवा दिए ! अब इनकी तिकड़ी ने नो दिन का अनशन
किया है और ये भी अनशन तोड़ रहे हैं पहले ये लोग दावे कर रहे थे प्राण जाए
लेकिन अनशन नही तोड़ेंगे राजनीति में नही आयेंगे ! लेकिन नो दिन और पहले के
तेरह दिन और मीडिया के सहयोग से हीरो बने महात्मा बने अन्ना हीरो बनी टीम
अन्ना अब राजनीति में आ ही रही है ! दोस्तों ….जब से इस टीम अन्ना का जन्म
अचानक से हुआ है मै तो तब से लिखता आ रहा हूँ की इस टीम के मंसूबे
बड़े ही खतरनाक है , मत बजाओ अन्ना इस देश का बाजा , ! दोस्तों देश का
बाजा ये टीम बजा कर रहेगी चुकी इस टीम का मकसद है देश पर सेकूल्रिज्म को
बढ़ावा देना और इसके सदस्य भी हाई फाई ब्रांड के सेकुलर है एक है की
मुसलमानों की भीड़ खीचने के लिए इस्लामिक टोपी पहनता है और दुसरा अफजल का
केस लड़ता है और एक है की माओवादियों की मध्यस्थता करता है कश्मीर पर
बयानबाजिया करता है जहा तक खुद महात्मा जी का सवाल है तो वो भी कम नही है
भारत माता के चित्र उसकी आँखों के सामने हटा कर राष्ट्र के पिता के चित्र
लगाये जाते हैं लेकिन उसे कोई आपत्ति नही होती ! दोस्तों ,,,,,,,इस टीम ने
बड़ा ही शातिराना ढंग से हिन्दुत्त्व को कमजोर करने के कोशिशि की है सबसे
पहले तो इसने देशभक्तों की भीड़ जुटाई उनके दिलो में जगह बनाई और फिर संघ
को गरियाया भी और बाबा रामदेव के आन्दोलन के धार को भी कमजोर किया ! आज
हालात यह है की लोगो की आँखों में धुल झोक्कर ये टीम अन्ना राजनीती की गंगा
को और मैला करने चली है और बीजेपी के वोट काटने के जुगाड़ में लगी है !
मेरा तो सभी देशवासियों से विनती है की इस टीम अन्ना की चाल में न फसे चुकी
ये देश कब का अमेरिकी कठपुतली बना हुआ है और ये नई टीम ( ऑह सॉरी )
राजनैतिक पार्टी भी अमेरिका की कठपुतली है इससे जितना सावधान हुआ जाये हो
लो और लोगो को भी सावधान करो क्या पता कल को यह बिन तली की लोटा टीम किस
बात से मुकर जाए और समझोतावादी साबित हो जाए !