अन्ना के समर्थको ज़रा आँख में भर लो पानी जो शहीद हुए है उनकी कही व्यर्थ
न चली जाए कुर्बानी . पहचानो की किस आन्दोलन में है दम ,देशभक्ति की भावना
तुममे है इसमें कोई दो राए नही तुम भी एक भारतीय हो और भारत से प्रेम करते
हो .लेकिन जो मीडिया ने तुम्हारी आँखों पर पर्दा डाल रखा है उस परदे को
हटाकर खुले दिमाघ से सोचो इन 9 सवालों का जवाब तलाशो .
1 ओबामा ने अन्ना के आन्दोलन की तारीफ क्यों की ?
2 अन्ना कसाब पर तो बोले लेकिन हाफिज सैयद पर और जहरीले पकिस्तान पर क्यों नही ?जब की भारत का बच्चा -बच्चा कसाब को फ़ासी चाहता है तो ऐसे में अन्ना को तो आतंक के गढ़ पर कुछ बोलना चाहिए था ?
3 अन्ना एक एंटीवायरस है वह भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फैकेंगे एसा आप लोग मानते है तो फिर उन्ही की टीम में पर्शंत भूषण अब तक क्यों बने हुए है और हिन्दू भावनाओं को अपमानित करने वाले अग्निवेश उनकी टीम में कैसे शामिल हुए ? क्यों उन्होंने उनको अपनी टीम में रखा क्या यह राष्ट्रभक्तो की छाती पर मूंग दलने सामान नही है ?
4 अन्ना एक अहिंसावादी है अन्ना दुसरे गांधी है ? यह आप लोगो और उनके बाकी समर्थको का कहना है तो उन्ही के राज्य में जब राज जैसे लोग उत्तर भारतीयों को लतियाते है तब यह कहा होते है एक स्पीच तक नही निकलती इनके मुख से आखिर क्यों ?
5 अन्ना दुसरे गांधी है ? गांधी कभी भी मीडिया के कैमरों में नही रहना चाहते थे और उन्होंने इस अधूरी आजादी को सही मायनो में आजादी नही माना था लेकिन अन्ना ने जन्लोक्पाल बनवाया नही की जीत का प्रचार किया और लगातार मीडिया में तो बने है लेकिन आम जन में उनकी कोई मेल -मिलाप नही आखिर क्यों ?
6 अना फिर से आन्दोलन की धमकी दे रहे है क्या इस देश की जनता फिर से उन पर विशवास करेगी ?
7 यदि वास्तव में अन्ना हजारे इस देश का भला चाहते है तो बाबा रामदेव ,श्री श्री ,मुरारी बापू ,आसाराम बापू इन सभी के साथ मिलकर काम क्यों नही करते ? क्यों अलग से अपनी ढपली उठाये हुए है क्या वह राजनितिक लक्ष्य साध रहे है ?
8 क्या यह देश तालिबान है जिसे बस एक जन्लोक्पाल में बांध दिया जाये ? आडवाणी काले धन पर रथयात्रा निकाले तो वह बेमानी और अन्ना उन पर लगे आरोपों का जवाब न दे तो वह साधू ?
9 अन्ना को यदि देश की चिंता है तो वह गाव -गाव जाए और देश को जागरूक करे भारतीय शिक्षा को लागू करवाने के लिए कोई कदम उठाये लेकिन वो एसा क्यों नही करते ?
हमारा देश बहुत ही महान है वह भावनाओं में जल्दी बह जाता है अन्ना को भी मीडिया ने एक साधू की तरह दिखाया बारह दिन के अनशन ने उनको हीरो बना दिया ? लेकिन अन्ना की हीरोगिरी में असल मुद्दे गम से हो गये है यदि वास्तव में अन्ना बदलाव चाहते है तो उतरे जमीन पर और भारत की जनता की दुःख तकलीफों को समझे . बताये जनता को की वह गरीब नही है ये धरती गरीब नही है लेकिन उन्हें गरीब बनाया गया है . बताये उसे की जब सभी पश्चिमी देश दिवालिया हो रहे है तब भी भारत की अर्त्वय्वस्था मजबूत है लेकिन फिर भी आप लोग भूखे है क्या कारण है इसका कोन हमें लूट रहा है . कोन भारत में असमानता ला रहा है कोन भारत में अलगावाद भडका रहा है क्या इसमें पश्चिम और इस्लामिक देशो की साम्राज्यवाद की नीतिया जिम्मेदार नही है .
मित्रो ,यह सब करने के लिए बहुत दम चाहिए वो दम बाबा रामदेव में है जो पूरी की पूरी वयवस्था में परिवर्तन लाना चाहते है और जमीन से जुड़ने में विशवास करते है न की मीडिया के कैमरों से चिपकने की .हम भी देशभक्त है लेकिन हम उसी का साथ देंगे जिनके पास मुद्दे होंगे न की फिर वही आधी -अधरी आजादी या गुलामी लाने वालो का …………….
1 ओबामा ने अन्ना के आन्दोलन की तारीफ क्यों की ?
2 अन्ना कसाब पर तो बोले लेकिन हाफिज सैयद पर और जहरीले पकिस्तान पर क्यों नही ?जब की भारत का बच्चा -बच्चा कसाब को फ़ासी चाहता है तो ऐसे में अन्ना को तो आतंक के गढ़ पर कुछ बोलना चाहिए था ?
3 अन्ना एक एंटीवायरस है वह भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फैकेंगे एसा आप लोग मानते है तो फिर उन्ही की टीम में पर्शंत भूषण अब तक क्यों बने हुए है और हिन्दू भावनाओं को अपमानित करने वाले अग्निवेश उनकी टीम में कैसे शामिल हुए ? क्यों उन्होंने उनको अपनी टीम में रखा क्या यह राष्ट्रभक्तो की छाती पर मूंग दलने सामान नही है ?
4 अन्ना एक अहिंसावादी है अन्ना दुसरे गांधी है ? यह आप लोगो और उनके बाकी समर्थको का कहना है तो उन्ही के राज्य में जब राज जैसे लोग उत्तर भारतीयों को लतियाते है तब यह कहा होते है एक स्पीच तक नही निकलती इनके मुख से आखिर क्यों ?
5 अन्ना दुसरे गांधी है ? गांधी कभी भी मीडिया के कैमरों में नही रहना चाहते थे और उन्होंने इस अधूरी आजादी को सही मायनो में आजादी नही माना था लेकिन अन्ना ने जन्लोक्पाल बनवाया नही की जीत का प्रचार किया और लगातार मीडिया में तो बने है लेकिन आम जन में उनकी कोई मेल -मिलाप नही आखिर क्यों ?
6 अना फिर से आन्दोलन की धमकी दे रहे है क्या इस देश की जनता फिर से उन पर विशवास करेगी ?
7 यदि वास्तव में अन्ना हजारे इस देश का भला चाहते है तो बाबा रामदेव ,श्री श्री ,मुरारी बापू ,आसाराम बापू इन सभी के साथ मिलकर काम क्यों नही करते ? क्यों अलग से अपनी ढपली उठाये हुए है क्या वह राजनितिक लक्ष्य साध रहे है ?
8 क्या यह देश तालिबान है जिसे बस एक जन्लोक्पाल में बांध दिया जाये ? आडवाणी काले धन पर रथयात्रा निकाले तो वह बेमानी और अन्ना उन पर लगे आरोपों का जवाब न दे तो वह साधू ?
9 अन्ना को यदि देश की चिंता है तो वह गाव -गाव जाए और देश को जागरूक करे भारतीय शिक्षा को लागू करवाने के लिए कोई कदम उठाये लेकिन वो एसा क्यों नही करते ?
हमारा देश बहुत ही महान है वह भावनाओं में जल्दी बह जाता है अन्ना को भी मीडिया ने एक साधू की तरह दिखाया बारह दिन के अनशन ने उनको हीरो बना दिया ? लेकिन अन्ना की हीरोगिरी में असल मुद्दे गम से हो गये है यदि वास्तव में अन्ना बदलाव चाहते है तो उतरे जमीन पर और भारत की जनता की दुःख तकलीफों को समझे . बताये जनता को की वह गरीब नही है ये धरती गरीब नही है लेकिन उन्हें गरीब बनाया गया है . बताये उसे की जब सभी पश्चिमी देश दिवालिया हो रहे है तब भी भारत की अर्त्वय्वस्था मजबूत है लेकिन फिर भी आप लोग भूखे है क्या कारण है इसका कोन हमें लूट रहा है . कोन भारत में असमानता ला रहा है कोन भारत में अलगावाद भडका रहा है क्या इसमें पश्चिम और इस्लामिक देशो की साम्राज्यवाद की नीतिया जिम्मेदार नही है .
मित्रो ,यह सब करने के लिए बहुत दम चाहिए वो दम बाबा रामदेव में है जो पूरी की पूरी वयवस्था में परिवर्तन लाना चाहते है और जमीन से जुड़ने में विशवास करते है न की मीडिया के कैमरों से चिपकने की .हम भी देशभक्त है लेकिन हम उसी का साथ देंगे जिनके पास मुद्दे होंगे न की फिर वही आधी -अधरी आजादी या गुलामी लाने वालो का …………….