मित्रो , अब फिर से अन्ना टीम उस जहाज की सवारी करने को बेकरार है जिस जहाज ने उसे सम्पूर्ण भारत का हीरो बनने का मोका दिया .लेकिन उसी जहाज को टीम ने हाइजैक करने काम भी किया और उस जहाज की दिशा को तो न मोड़ पाए लेकिन देश की दशा को जरुर तोड़ -मोड़ दिया . लेकिन हर बनावटी चीज़ का अंत होता है सो अन्ना हजारे और उनकी लोकप्रियता का भी अंत हो गया . लेकिन अन्ना की टीम है की लगातार सुर्खियों में बने रहना चाहती है और वह फिर से उसी जहाज पर बैठने की कोशिशो में लगी है जी हां वह जहाज है बाबा रामदेव जिनकी चरण वंदना करके टीम अन्ना उनके मंच पर पहुची और देश को खुद का चहरा दिखाया और बाबा की लड़ाई को कमजोर किया और देश को एक जन्लोक्पाल पर लटकाया . उसका नतीज़ा यह हुआ की यह देश आज त्राहिमाम -त्राहिमाम कर रहा है .लेकिन इतना सब करके भी लगता है टीम अन्ना का मन नही भरा उसे इस बात का कोई अहसास नही लगता की देश के साथ उन्होंने गलत किया उन्हें तो बस खुद फिर से एक हीरो बनाना है जनता की नजरो में . तभी तो ठीक उस समय वे लोग बाबा रामदेव जी का हाथ थामने उनके मंच पर चढ़ने के लिए बेकरार है जिस समय बाबा की स्वाभिमान यात्रा की पूरे देश में धूम है और बाबा फिर से एक नायक की तरह उबर रहे है लेकिन यह एन जी ओ मण्डली पता नही इसे क्या भय सता रहा है की फिर से बाबा के आन्दोलन में घुसपैठ करना चाहती है . लेकिन अपनी तो बाबा रामदेव जी को एक ही सलाह है की इस बाबा गलती न करे चुकी उनकी एक गलती की सज़ा उन्हें और इस देश क भुगतनी पड़ सकती है इसलिए बाबा इनका समर्थन बेशक ले लेकिन इन्हें मंच पर एक हीरो न बन्ने दे इन्हें भी आम आदमी की तरह मंच से नीचे ही बैठाया जाए ताकि आन्दोलन को इसी प्रकार का कोई नुक्सान न हो नही तो पता नही कल को फिर से ये लोग जन्लोक्पाल के मुद्दे या फिर किसी और मुद्दे पर देश की जनता को गुमराह करे और देश का भत्ता बिठाये .
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