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गुरुवार, 10 मई 2012

अमरनाथ यात्रा के लिए सब्सिड़ी क्यों नही ?

भारत सरकार की ओर से प्रत्येक वर्ष भारतीय हज समिति के द्वारा हज के लिए जाने वाले मुसलमान तीर्थयात्रियों को हवाई किराए में सब्सिडी दी जाती है जिसका सारा खर्च स्वयं सरकार एयर इंडिया को अदा करती है. ..........................................................................................................
वहीँ अमरनाथ जाने वाले प्रत्येक यात्री का खर्च लगभग दस से बारह हजार रुपए आता है जिसे हर यात्री सवयम उठाता है ! यानी जिन परिवारों में पांच सदस्य है तो उनका खर्च प्रति व्यक्ति दस हजार के हिसाब से पचास हजार हुआ ! इस देश का आम आदमी जिसके पास इतना रुपया नही है अथवा १०० , २०० रुपया कमाने वाला आम आदमी अमरनाथ के दर्शन अपने परिवार के साथ नही कर सकता ! परिवार तो छोड़िये वह अकेला भी इतनी महंगी यात्रा नही कर सकता ! देश में लाखो लोग ऐसे हैं जो जीवन भर एक आस लगाये रहते हैं की वह भी अमरनाथ के दर्शन कर सकेंगे लेकिन अधिक खर्चे की वजह से उनकी यह इच्छा उनकी साथ ही मर जाती है ! सवाल उठता है मुसलमानों का विदेशी खर्चा उठाने वाली भारत सरकार इस देश के आम आदमी को कब समझेगी ! इस देश के देशभक्त हिन्दुओ का सम्मान कब करना सीखेगी ! वोट बैंक के लालच में कब तक हिन्दुओ की आत्मा पर प्रहार  करती रहेगी ! अपनी घाढ़ी खून - पसीने की कमाई से टेक्स  देने वाले और देश  को विकास की दिशा देने वाले समाज की अनदेखी कब तक करती रहेगी !जब देश के अल्पसंख्यक समाज को तीर्थ यात्रा के लिए सब्सिडी दी जा सकती है तो देश के बहुसंख्यक समाज के गरीबो को क्यों नहीं ?

9 टिप्‍पणियां:

  1. bade nadan ho,nahin samjhte ki wahan vote ke liye chinta nahin hae,we to dalenge hi, nahin to muslims ke jo vote hajj ke nam par kharid rahen hae, we to milenge.apne koi bap ka paisa thode na hae,janta ka hae, lagta hae to lage

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  2. बहुत सही सवाल किया हैं .....

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  3. सरकार की दोगली नीति को भुगत रहे हैं हिन्दू और ऐश कर रहे हैं मुसलमान।

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  4. dr. mahender g ne bahut hi sahi baat kahi hai, koi bhi sarkari ya cingressi neta apni jeb se kisi ko kuchh nahi deta,, jo kahi jeb se thoda-bahut deta bhi hoga us se adhik to cash me hi waapas bhi ugwa leta hoga....vote alag se...!

    ye to janta ka paisa hai jisko udaaane me un par koi harj nahi dikhta...

    kya supreme court sarkar barkhast kar sakti hai..?

    kunwar ji,

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  5. भाई मेरी टिप्पणी कहाँ गयी? क्या कुछ गलत लिखा था उसमें?

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    1. shah nawajz ji maine to aapki prtikariya padhi bhi nhi hai hatane ka swal kha se paida hota hai . karipya fir se apki prtikariya de

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